can anyone define this SUDAMA CHARIT into easy hindi .plz
Hi ,
(1) सुदामा के पहले दोहे में सुदमा द्वारिका गए हैं और द्वारपाल श्री कृष्ण को सुदामा के आने का और उनकी दीन-हीन दशा का वर्णन करता है।
(2) श्री कृष्ण सुदामा के पैरों में लगे हुए काँटों को देखकर बहुत दुखी होते हैं और अपने आँखों के आसुओं से उन्हें साफ करते हैं।
(3) श्री कृष्ण भाभी द्वारा भेजी गई सौगात सुदामा से माँगते हैं।
(4) श्री कृष्ण सुदामा को सौगात ना देने के लिए ताना मारते हैं। जैसे तुम्हें गुरूकुल में गुरूमाँ द्वारा दिए गए चनों को चुपके से खा लिए था वैसे ही भाभी द्वारा दी गई मेरी सौगात को खाना चाहते हो और वह सुदामा से भाभी की दी सौगात ले लेते हैं।
(5) सुदामा श्री कृष्ण के व्यवहार पर बहुत दुखी हैं की उन्होंने मुझे बिना कुछ दिए द्वारिका से भेज दिया । वह अपनी पत्नी पर भी नाराज़ हैं कि उन्होंने उसे श्री कृष्ण के पास मदद माँगने भेज दिया।
(6) अपने गाँव आकार उन्हें श्री कृष्ण कि मित्रता का प्रमाण मिलता है। श्री कृष्ण अपने मित्र के पुरे गाँव को ही द्वारिका के समान धन-धान्य से भरपुर कर देते हैं। सुदामा अपने गाँव को नहीं पहचान पाते।
(7) इस दोहे में श्री कृष्ण की कृपा दृष्टि को दर्शाया गाया है। सुदामा का जीवन बहुत संपन्न और वैभवशाली हो गया है।
मैं आशा करती हूँ की आपको आपके प्रश्न का उत्तर मिल गया होगा।
ढेरों शुभकामनाएँ !