Can anyone explain Sudama Charit in hindi?

Hi Bhuppy,
सुदामा श्री कृष्ण के बहुत अच्छे मित्र थे। आगे चलकर कृष्ण द्वारिका के राजा हुए और सुदामा एक ब्रह्माण होने के कारण लोगों के घर पूजा-पाठ करके अपनी जीविका चलाने लगे परन्तु इससे उनके परिवार का भरण-पोषण नहीं हो पाता था इसीलिए उनकी पत्नी ने उन्हें कृष्ण के पास सहायता के लिए भेज दिया।
द्वारपाल ने सुदामा के आग्रह पर कृष्ण के आगे सुदामा का परिचय दिया की द्वार पर एक ब्राह्मण आया है। उसके सर पर ना ही पगड़ी है, न उसने कुर्ता पहन रखा है किस गाँव से आया है यह भी पता नहीं है। उसकी धोती फटी हुई है और पैरों पर चप्पल भी नहीं है। वह दीन-हीन ब्रह्माण आपको पूछ रहा है। वह अपना नाम सुदामा बता रहा है।
यह सुनते ही कृष्ण सुदामा को लेने गए। सुदामा के पैर काँटों के कारण लहुलुहान हो गए थे। अपने मित्र की की ऐसी बुरी दशा देखकर कृष्ण को बहुत दुख हुआ। । वह शिकायत करने लगे की तुम इतने समय के बाद मिलने क्यों आए पहले नहीं आ सकते थे। वह मित्र की बुरी दशा देखकर रोने लगे कवि कहता है कि ऐसा प्रतीत होता है की उन्होंने मित्र के पैरों को पानी के स्थान पर अपने आँसओं के जल से साफ किया है।
वह सुदामा से आग्रह करने लगे कि भाभी ने मेरे लिए कुछ सौगात भेजी होगी परन्तु जिस तरह आश्रम में तुमने गुरूमाँ के दिए चने छुपा दिए थे। भाभी की दी हुई सौगात भी छुपाना चाहते हो व उनका स्वाद अकेले लेना चाहते हो।
द्वारिका से सुदामा विदा हुए परन्तु कृष्ण ने उन्हें कुछ भी नहीं दिया। उन्हें कृष्ण का प्रेम और आदर सम्मान सब ढ़ोंग लगने लगा क्योंकि उनकी बुरी दशा देखकर तो कृष्ण को उनकी सहायता करनी चाहिए थी। उन्हें लगा की जो बचपन में स्वयं दही चोरी करके खाता था। वह राज-पाठ मिलने पर मेरी क्या सहायता करेगा। वह अपनी पत्नी को भी कोसने लगे जिसने उन्हें कृष्ण से सहायता मांगने के लिए भेज दिया था।
यही सोचते हुए जब वह अपने गाँव पहुँचे तो सब बदल चुका था पुरे गाँव में द्वारिका के समान राजसी-ठाट-बाट थे। ऊँचे-ऊँचे महल थे। उन्हें लगा कि वह गलत स्थान पर आ गए हैं। वह सबसे अपने घर का पता पुछने लगे।
कवि कहता है कि जिस सुदामा को पहने के लिए चप्पल नहीं थी, जिसके रहने के लिए छत नहीं थी, जो जमीन पर सोता था, आज उस कुष्ण के प्रताप से वह महलों का राजा है, हाथी महावत के साथ उसके दरवाजे के साथ हर समय खड़े रहते हैं, सोने के लिए मुलायम बिस्तर है।
 
आशा करती हूँ कि आपको, आपके प्रश्न का उत्तर मिल गया होगा।
 
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