can anyone tell me how did balgobin bhagat die???
नमस्कार मित्र!
उनकी मृत्यु अत्यधिक भुखे रहने और वृद्धावस्था में अधिक शरीक कष्ट झेलने से हुई थी। इस पाठ में कहीं भी उल्लेख नहीं किया गया है कि बालगोबिन किस गाँव के थे। इस प्रश्न का उत्तर देना संभव नहीं है। परन्तु यदि आपको यह जानने की इच्छा है, तो रामवृक्ष ने इस पाठ में स्वयं के होने की बात कही है, तो हम यह भी कह सकते हैं बालगोबिन भक्त उनके गाँव के रहे हों। लेखक का गाँव मुजफ़्फ़रपुर जिले के बेनीपुर गाँव था। अत: हम यह कह सकते हैं कि शायद बालगोबिन भक्त बेनीपुर गाँव के थे और उनकी मृत्यु भी वहीं हुई है।
ढेरों शुभकामनाएँ!