can i get a debate on upbhoktawaad ki sanskriti ? ( against the motion)
मित्र इस विषय पर हम आपको कुछ बिन्दु दे रहे हैं। आशा करते हैं कि वह आपके काम आएँगे-
1. उपभोक्तावाद की संस्कृति लोगों को पथभ्रष्ट कर रही है। लोग दिखावे में विश्वास करने लगे हैं और पैसों को अधिक खर्च कर रहे हैं।
2. उपभोक्तावाद की संस्कृति भारतीय संस्कृति को नुकसान पहुँचा रही है।
3. यह लोगों में कलेष और द्वेष उत्पन्न कर रही है।