can sumone temme da format for hindi diary entry ???
मित्र डायरी लेखन में व्यक्ति अपने निजि अनुभवों को किसी डायरी में या नोटबुक में लिखते हैं। इसमें प्रत्येक दिन के अनुभवों को या कुछ खास अनुभवों को तिथि के साथ लिखा जाता है। इसमें मनुष्य अपे मनोभावों को उकेरता है। जैसे कि वह क्या सोचा है, क्या चाहता है, उसके सपने क्या है। उसके साथ जो हो रहा है, उसे अच्छा लग रहा है या नहीं इत्यादि। ऐनी फ्रैंक ने डायरी लेखन को एक नया मार्ग दिया है। इसमें जर्मनी में नाज़ियों द्वारा यहूदियों पर जो अत्याचार किए गए, उसक वर्णन और एक लड़की के मनोभावों का सुंदर चित्रण हुआ है।
डायरी लिखते हुए निम्नलिखित बातों पर ध्यान देना चाहिए-
1. डायरी को पन्नों पर लिखने के स्थान पर किसी डायरी या नोटबुक पर लिखना चाहिए।
2. डायरी किसी व्यक्ति के लिए बहुत निजि होती है। अतः ध्यान रखा चाहिए कि यह सार्वजनिक न हो। क्योंकि यह आप स्वयं के लिए लिखते हैं किसी अन्य को दिखाने के लिए नहीं लिखते हैं।
3. डायरी लिखते समय ध्यान रखें कि आप जो लिख रहे हैं, उसे लिखते वक्त किसी प्रकार का दबाब न झेल रहे हों।
4. डायरी लिखते समय ध्यान रखें कि घटना तथा तिथि का सही ब्योरा लिखें। क्योंकि इससे यादों को सहेजने में सरलता रहती है।
डायरी इस प्रकार से लिखी जा सकती है-
17 जून, 2013
आज मैं बहुत दुख हूँ। भोपाल से मेरी दीदी आई हुई थीं। आज वह जा रही हैं। उनके साथ गर्मी की छुट्टियाँ कैसे निकली पता ही नहीं चला। अब वो जा रही हैँ। मैं उन्हें रोक नहीं सकती हूँ क्योंकि उनके भी स्कूल खुलने वाले हैं। आशा करती हूं कि वह अगली बार आएँगी और फिर से हम साथ-साथ होगें।
नेहा