Can you give me some important points so that I can distinguish between KARMVACHYA AND BHAW VACHYA? PL I am confused between them.

  भाववाच्य- 
जिन वाक्यों में कर्ता तथा कर्म दोनों ही प्रमुख नहीं होते, परन्तु भाव प्रधान होता है, वे भाववाच्य कहलाते हैं। इन वाक्यों में क्रिया में वचन तथा काल का प्रयोग भाव के अनुसार होता है; जैसे (i)  बच्चों के द्वारा जाया जा रहा है।

कर्मवाच्य-
कर्मवाच्य- जिन वाक्यों में 'कर्म' प्रधान होता है, वे कर्मवाच्य होते हैं। इन वाक्यों में क्रिया का सीधा सम्बन्ध कर्म से होता है। कर्मवाच्य में क्रियाएँ कर्म के अनुसार होती हैं; जैसे -
(i)  हमसे बाज़ार नहीं जाया जाएगा।


 
 

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