'chayavaad' -what is the meaning?
छायावाद एक हिन्दी साहित्य की काव्यधारा का नाम है। इस काव्यधारा ने काव्य लिखने की पुरानी शैली को तोड़कर एक नई शैली का विकास किया था। यह थी मुक्तक काव्य धारा। पहले जो भी कविता लिखी जाती थी वह छंदोबद्ध (श्लोकबद्ध या पद) रूप में हुआ करती थी। परन्तु इन कवियों ने इस परपंरा को तोड़कर कविता को मुक्त रूप से लिखना आरंभ किया था। इसमें जयशंकर प्रसाद, निराला, सुमित्रानंदन पंत और महादेवी मुख्य आधार स्तंभ माने जाते हैं जिन्होंने पुरानी परंपराओं को तोड़ते हुए नई काव्य शैली का निर्माण किया ।