choti behen ko vaad vivaad pratyogita bhaag lene ke liye letter likhein
नई दिल्ली।
दिनांक: ...............
प्रिय रीमा,
बहुत प्यार!
बहुत दिनों से तुमसे बात करना चाह रहा था परन्तु व्यस्तता के कारण नहीं कर पाया। कल पिताजी का पत्र आया, उनसे पता चला कि तुम्हारे विद्यालय में आगामी सप्ताह में वाद-विवाद प्रतियोगिता है। परन्तु तुम इस प्रतियोगिता में भाग लेने से डर रही हो। यह पढ़कर बहुत दुख हुआ। तुम यदि इस तरह प्रतियोगिता में भाग लेने से डरोगी तो कभी आगे नहीं बढ़ पाओगी।
हर विषय में तुम्हारा ज्ञान बहुत अच्छा है। तुम वाकपटु भी हो। तुम्हें पक्ष-विपक्ष में बोलना अच्छा लगता है। घर में ही तुम हर विषय के पक्ष-विपक्ष में बहुत अच्छा बोल लेती हो। तुम बोलना शुरू करती हो तो तुम्हारे तर्कों के आगे हमारे तर्क बेकार लगते हैं। विद्यालय में होने वाली प्रतियोगिता भी तो वैसी ही है। तुम्हें बस आत्मविश्वास से काम लेना है।
आशा करता हूँ कि तुम मेरी बात को मानते हुए बिना किसी भय के वाद-विवाद प्रतियोगिता में भाग लोगी और उसे जीत कर भी आओगी। अपने बड़े भाई की तरफ़ से तुम्हें बहुत सारी शुभकामनाएँ।
तुम्हारा भाई,
वीरेन्द्र