daddi maan ke barre mein aapni sabdon mein likhon?
दादी माँ एक दयालु, ममतामयी तथा वात्सल्य की देवी थीं। उन्हें सबके सुख-दुख का ख्याल था। बच्चे उनकी जान थे। लोगों के दुख से वह आहत हो जाती थीं और तुरंत उनकी सहायता के लिए निकल पड़ती थीं। उन्हें अनेक प्रकार की औषधियों का ज्ञान था। उनमें धैर्य कूट-कूटकर भरा था। मुसीबत के समय वह अडिग खड़ी रहती थी और घरवालों की पूरी तरह से सहायता करती थी।