Dairy ka ek panna patha ke aadhar per bataye ki pulice ne kaisa damanchakra chalaya logone kis prakar muhtod jawab diya

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हम आपके प्रश्न के लिए अपने विचार दे रहे हैं। आप इसकी सहायता से अपना उत्तर पूरा कर सकते हैं। 

`डायरी का एक पन्ना` पाठ में पुलिस ने पूरे जोर के साथ अपना दमनचक्र चलाया। जुलूस और ध्वजारोहण समारोह को रोकने के लिए पुलिस ने सभी प्रकार से प्रयास किए। कलकत्ता में स्वतंत्रता दिवस मनाया जा रहा था और पुलिस झंडा फहराने को रोकने में लगी थी। पुलिस ने इसे रोकने के लिए अपना पूरा जोर लगा दिया। लोगों पर लाठियां बरसाई गईं और लोगों को खूब पीटा गया। यहाँ तक कि कई लोगों के सर भी फूटे। अंग्रेजों ने पुलिस के माध्यम से घोर अत्याचार किया। जुलूस को रोकने के लिए पुलिस वाले हाथों में डंडा लेकर बड़ी संख्या में टोलियाँ बना कर घूमने लगे। यहाँ तक कि महिलाओं को  भी नहीं बख्शा गया। उनको भी पकड़ कर जेल में डाल दिया गया। लोगों ने इसका मुंहतोड़ जवाब दिया। कलकत्ता में पहली बार स्वतंत्रता दिवस की तैयारी पूरे जोरदार तरीके से की गई थी। बड़ा बाज़ार में स्वतंत्रता दिवस के लिए सबको तैयार कर दिया गया था। पूरे बाज़ार में कोई जगह ऐसी न थी, जहाँ झंडे न लगाए गए हों। जोरदार तैयारियाँ की गई थीं। उत्सव का माहौल था मानो स्वतंत्र मिल ही गई हो। ऐसा एक भी घर नहीं था जहाँ झंडा न लगा हो।
 

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