Dharti ke tapt hone ka kya kaaran he
प्रिय मित्र!
आपका उत्तर इस प्रकार है।
गर्मी से धरती बेहाल है। लोगों का मन कहीं भी नहीं लग रहा है। हर तरफ गर्मी से जीव जंतु त्रस्त हैं। ऐसे में कहीं सेे काले बादल चारों दिशाओं से आकर आकाश में छा जाते हैं। ऐसे में कभी बादल को बरसने के लिए कहकर धरती को तृप्त होने की बात कहता है।
आपका उत्तर इस प्रकार है।
गर्मी से धरती बेहाल है। लोगों का मन कहीं भी नहीं लग रहा है। हर तरफ गर्मी से जीव जंतु त्रस्त हैं। ऐसे में कहीं सेे काले बादल चारों दिशाओं से आकर आकाश में छा जाते हैं। ऐसे में कभी बादल को बरसने के लिए कहकर धरती को तृप्त होने की बात कहता है।