dhool path ke madhyam se lekhak kya sandesh dena chahte hain
मित्र!
आपके प्रश्न के लिए हम अपने विचार दे रहे हैं। आप इनकी सहायता से अपना उत्तर पूरा कर सकते हैं।
धूल पाठ के माध्यम से लेखक एक गहरा संदेश देना चाहते हैं। लेखक कहते हैं कि मनुष्य के जीवन में धूल का अत्यधिक महत्व है। धूल के बिना मनुष्य की जिंदगी सारहीन है। एक सिपाही जब अपने देश के लिए लड़ता है तब मातृभूमि की धूल माथे पर लगाकर युद्ध के लिए जाता है। इसी धूल में खेती होती है। किसान दिन रात धूल मिट्टी में रहकर अनाज उगाता है। मिट्टी में पानी मिलाकर भट्टी में पकाकर बर्तन बनाते हैं। हमारा शरीर भी मिट्टी का है और अंत में मिट्टी में मिल जाता है। माँ की गोद के बाद बच्चा मिट्टी में ही खेलता है और जीवन की शक्ति प्राप्त करता है।
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धूल पाठ के माध्यम से लेखक एक गहरा संदेश देना चाहते हैं। लेखक कहते हैं कि मनुष्य के जीवन में धूल का अत्यधिक महत्व है। धूल के बिना मनुष्य की जिंदगी सारहीन है। एक सिपाही जब अपने देश के लिए लड़ता है तब मातृभूमि की धूल माथे पर लगाकर युद्ध के लिए जाता है। इसी धूल में खेती होती है। किसान दिन रात धूल मिट्टी में रहकर अनाज उगाता है। मिट्टी में पानी मिलाकर भट्टी में पकाकर बर्तन बनाते हैं। हमारा शरीर भी मिट्टी का है और अंत में मिट्टी में मिल जाता है। माँ की गोद के बाद बच्चा मिट्टी में ही खेलता है और जीवन की शक्ति प्राप्त करता है।