Dhool se sane heere, kaanch ityadi ko lekhak ne kin vishesh arthon main prayukt kiya hai
Answer fast in hindi
मित्र!
आपके प्रश्न के लिए हम अपने विचार दे रहे हैं। आप इनकी सहायता से अपना उत्तर पूरा कर सकते हैं।
लेखक ने धूल से सने हीरे और चमकदार कांच जैसे शब्दों का प्रयोग किया है। लेखक ने धूल से सने हीरे ग्रामीण लोगों को कहा है। ग्रामीण लोग हीरे के समान होते हैं। उनके भीतर बनावटीपन नहीं होता। दिखावा और भौतिकवाद पर वह भरोसा नहीं करते। शहरी लोगों के लिए कांच जैसे शब्द का प्रयोग किया है। शहरों में लोग दिखावा और बनावटीपन के सहारे जिंदगी जीते हुए नजर आते हैं।
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लेखक ने धूल से सने हीरे और चमकदार कांच जैसे शब्दों का प्रयोग किया है। लेखक ने धूल से सने हीरे ग्रामीण लोगों को कहा है। ग्रामीण लोग हीरे के समान होते हैं। उनके भीतर बनावटीपन नहीं होता। दिखावा और भौतिकवाद पर वह भरोसा नहीं करते। शहरी लोगों के लिए कांच जैसे शब्द का प्रयोग किया है। शहरों में लोग दिखावा और बनावटीपन के सहारे जिंदगी जीते हुए नजर आते हैं।