Dhwani kavita ka sandesh?

प्रिय मित्र!
हम आपके प्रश्न के लिए अपने विचार दे रहे हैं। आप इसकी सहायता से अपना उत्तर पूरा कर सकते हैं।
 
`ध्वनि` कविता सूर्यकांत त्रिपाठी निराला द्वारा रचित है। `ध्वनि` कविता के माध्यम से कवि लोगों की इस धारणा को तोड़ना चाहते हैं, जो यह कहते हैं कि इस कवि की कविताओं में अब दम नहीं रह गया है। वे कहते हैं, मेरा कवि जीवन अभी समाप्त नहीं हो सकता है। वह तो अभी शुरू हुआ है। कविता में वे युवाओं को भी संबोधित करते हैं। कवि अपनी इस कविता के द्वारा आलस्य में खोए रहने वाले व रास्ता भटके युवाओं को जीवन में विकास करने व विकास पाने के लिए प्रेरित करना चाहते हैं। कवि ने फूलों व कोमल पत्तों, डालियों, कलियों आदि का प्रयोग युवाओं के लिए किया है। उनके अनुसार युवा इन सबके समान कोमल होते हैं। उन्हें जीवन में आने वाली कठिनाइयों का भान नहीं होता है। अत: अपनी ध्वनि कविता के माध्यम से उन्हें भी प्रेरित करना चाहते हैं।  

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