Differentiate between sthai bhav and sanchari bhav...........Plse it is Urgent
मित्र इन दोनों में अंतर इस प्रकार है-
स्थायी भाव- स्थायी भाव वे भाव हैं, जो हमारे मन में पहले से ही होते हैं। इन्हें कोई दबा नहीं सकता है। इनमें आकर अन्य भाव मिल जाते हैं।
संचारी भाव- संचारी का अर्थ है; संचार करने वाला अर्थात साथ चलने वाला। इस आधार पर हम कह सकते हैं, जो भाव स्थायी भाव के साथ चलते हैं परन्तु वे लंबे समय तक नहीं रहते, उन्हें संचारी भाव या व्याभिचारी भाव कहते हैं। यह भाव सदैव स्थायी भावों की सहायता हेतु कार्य करते हैं।
स्थायी भाव- स्थायी भाव वे भाव हैं, जो हमारे मन में पहले से ही होते हैं। इन्हें कोई दबा नहीं सकता है। इनमें आकर अन्य भाव मिल जाते हैं।
संचारी भाव- संचारी का अर्थ है; संचार करने वाला अर्थात साथ चलने वाला। इस आधार पर हम कह सकते हैं, जो भाव स्थायी भाव के साथ चलते हैं परन्तु वे लंबे समय तक नहीं रहते, उन्हें संचारी भाव या व्याभिचारी भाव कहते हैं। यह भाव सदैव स्थायी भावों की सहायता हेतु कार्य करते हैं।