Durvasa rishi aur unke shishyo ke sambhandh mein shri krishna ne pandvo ki kaise sahayata ki?
मित्र!
आपके प्रश्न का उत्तर इस प्रकार है-
कृष्ण जान गए थे कि दुर्योधन ने दुर्वासा ऋषि को उनके शिष्यों के साथ जानबूझकर भेजा था। वह जानता था कि दौपदी खाना खा चुकी है। अब अक्षय पात्र में भोजन नहीं आएगा। कृष्ण द्रौपदी के घर चले गए तथा अक्षय पात्र में बचा एक चावल का दाना खा लिया। इस चावल ने भक्त की रक्षा की और दुर्वासा ऋषि तथा उनके शिष्यों का पेट भर गया और वे चुपचाप चले गए।
आपके प्रश्न का उत्तर इस प्रकार है-
कृष्ण जान गए थे कि दुर्योधन ने दुर्वासा ऋषि को उनके शिष्यों के साथ जानबूझकर भेजा था। वह जानता था कि दौपदी खाना खा चुकी है। अब अक्षय पात्र में भोजन नहीं आएगा। कृष्ण द्रौपदी के घर चले गए तथा अक्षय पात्र में बचा एक चावल का दाना खा लिया। इस चावल ने भक्त की रक्षा की और दुर्वासा ऋषि तथा उनके शिष्यों का पेट भर गया और वे चुपचाप चले गए।