ek kaamko sadhne se sabhikaam aasanho jatahain. kyu?
मित्र आप इस दोहे का गलत अर्थ ले रहे हैं। मित्र यहाँ पर कवि के कहने का तात्पर्य है कि हमें एक समय में एक काम करना चाहिए। यदि हम एक साथ दस काम हाथ में लेंगे, तो कोई भी काम समय पर नहीं हो पाएगा। इसके विपरीत हम एक-एक करके कार्य करेंगे, तो हमारे सभी काम समय पर पूरे हो जाएँगे।