ek phool ki chah - kavita ka kendriya bhaav kya hai ?
मित्र हम आपको उत्तर लिखकर दे रहे हैं।
इस कविता का मूल भाव है- समाज में व्याप्त छूआछूत को दर्शाना। एक फूल की चाह समाज में व्याप्त छूआछूत की भावना पर प्रहार करती है।
इस कविता का मूल भाव है- समाज में व्याप्त छूआछूत को दर्शाना। एक फूल की चाह समाज में व्याप्त छूआछूत की भावना पर प्रहार करती है।