essay on pratakal ka drishya plss

आपको इस विषय पर कुछ पंक्तियाँ लिखकर दे रहे हैं। इस आधार पर स्वयं निबंध लिखने का प्रयास कीजिए।

प्रातकाल का सौंदर्य अनुपम और स्वास्थ्यकारी होता है। प्राचीनकाल से इस समय को सबसे उत्तम और श्रेयकर माना जाता है।सूर्य का अनुपम सौंदर्य और प्रकृति की मोहक छटा इसी समय में दिखाई देती है। ठंडी हवा मन और शरीर को सुख देने वाली होती है। इसी कारणवश प्रातकालीन भ्रमण में जाना स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभकारी होता है। सुबह के समय वातावरण स्वच्छ होता है। प्रदूषण का नामो-निशान नहीं होता है। हवा शुद्ध और शीतल होती है, जो हमारे लिए गुणकारी होती है। प्रातकालीन भ्रमण करते समय तेज़ी के साथ चलना चाहिए। इससे शरीर में रक्त का संचार अच्छा होता है। लंबी साँस लेनी चाहिए। लंबी सांस लेने से ऑक्सीजन की बेहतर मात्रा शरीर में जाती है। इससे फेफड़ों को शक्ति प्राप्त होती है। शरीर की सभी बीमारियाँ दूर हो जाती है। रक्तचाप नियंत्रित रहता है।

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