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प्रिय मित्र आप का उत्तर इस प्रकार है।

लेखिका की माँ बेरिस्टर की बेटी थी वह अपनी माँ की ही भाँति स्वतंत्र व्यक्तित्व की स्वामिनी थी। उन्होंने कभी भी एक बहू
, पत्नी व माँ के कर्त्तव्यों का पालन नहीं किया था। परन्तु फिर भी वह सारे घर की प्यारी थी। उनके लिए लेखिका ने कहा है, कभी घर के किसी अन्य सदस्य को शायद ही कुछ कहते सुना हो, क्योंकि -

(उनकी सबसे बड़ी विशेषता थी की वह एक ईमानदार स्त्री थीं। वह कभी झूठ नहीं बोलती फिर चाहे कितना कड़वा सच ही क्यों न हो। ये उनके चरित्र की बड़ी विशेषता थी, कि घर के सभी लोग उनका आदर करते थे। वह कभी किसी की गोपनीय बात कभी दूसरे पर जाहिर नहीं होने देती थीं। जिसके कारण सभी व्यक्ति उनके मित्र थे। उनकी सलाह का सभी सम्मान करते थे।
 

() लेखिका की दादी के घर का माहौल स्वतंत्रता से परिपूर्ण था। वे अपनी बहुओं व बेटियों पर ताना या उलाहना नहीं देती थीं। उनका घर, परिवार की दृष्टि से काफी बड़ा था। उनकी एक परदादी भी थीं। उनके घर में सबको समान अधिकार प्राप्त था। किसी से भी कोई सवाल-जवाब नहीं किया करता था। उनके घर उस समय के परिवेश से सर्वदा भिन्न था। उस समय में उनकी परदादी द्वारा लड़की माँगने से सभी हैरान थे, पर उनकी दादी की यही इच्छा थी।

धन्यवाद।

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Hey aaj jin ka birthday hai ,, Fatima ko le lo aur chalo Seoul XDXD
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Ohh tum dono mere memes dekhi na hehehhe
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In future xdxd
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Bhai apko nhi bola priya ko bola..
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Arre Shantanu me tere memes dekh rahi hu aur comment bhi kar rahi hu... Keep posting
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Areee mere memes dekho na tum dono
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Ohk aache hai bhai online class wala to xdxdxdxd

Bye tc
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Hii peace out bit ch
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HELLO SAKSHI
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Sakshi...hru??
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WWH...XDXDXD
bday...
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Hello Ujjwal bhai kesa hay tu itne dino baad
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Aab bas VLIVE ka wait h..
Jimin ki bday pr tae aur jimin ki phone call ka dekha..XDXDXD
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Aa gya Ujjawal k.amina
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-_-
Xdxdxd
...wo wait kr rha tha gaali ka hi..
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Oyee priya bina mtlb k gaali dena band kar,,,,accha hay ree vo,,,,,
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Hiiii anushka
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प्रिय मित्र!

आपका उत्तर इस प्रकार हैं:-

लेखिका की माँ बेरिस्टर की बेटी थीं। वे अपनी माँ की ही भांति स्वतंत्र व्यक्तित्व की स्वामिनी थीं। उन्होंने कभी भी एक बहू, पत्नी व माँ के कर्तव्यों का पालन नहीं किया था । परन्तु फिर भी वे सारे घर की प्यारी थीं। उनके लिए लेखिका ने कहा है, कभी घर के किसी अन्य सदस्य को शायद ही कुछ कहते सुना हो क्योंकि -
(क) (1) उनकी सबसे बड़ी विशेषता थी कि वे एक ईमानदार स्त्री थीं। वे कभी झूठ नहीं बोलती थीं फिर चाहे कितना कड़वा सच ही क्यों न हो। ये उनके चरित्र की बड़ी विशेषता थी। यही कारण है कि घर के सभी लोग उनका आदर करते थे।

(2) वे कभी किसी की गोपनीय बात कभी दूसरे पर ज़ाहिर नहीं होने देती थीं। जिसके कारण सभी व्यक्ति उनके मित्र थे। उनकी सलाह का सभी सम्मान करते थे।

(ख) लेखिका की दादी के घर का माहौल स्वतंत्रता से परिपूर्ण था। वे अपनी बहुओं व बेटियों पर ताना या उलाहना नहीं देती थीं। उनका घर परिवार की दृष्टि से काफी बड़ा था। उनकी एक परदादी भी थीं। उनके घर में सबको समान अधिकार प्राप्त था। किसी से भी कोई सवाल-जवाब नहीं किया करता था। उनका घर उस समय के परिवेश से सर्वदा भिन्न था। उस समय में उनकी परदादी द्वारा लड़की माँगने से सभी हैरान थे, पर उनकी दादी की यही इच्छा थी।

धन्यवाद।
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HI SHANTANU ,, C.HOD BHAI USKI AADAT HAI GALI DENE KI
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Ok priya and Ujjwal both kese ho
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I am good Shantanu and hoping the same for you as well
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Ab tujhe main nahi Sakshi gali degi tab pata chalega tumko XD ab vo offline hai 4 baje ke baad aana aaj tere ko gali na di Sakshi ne to mera naam Badal dena
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