Experts please answer this question below
उत्तर :-
लेखक के अनुसार अपने वर्तमान में जीना, बिना भविष्य और भूतकाल के विषय में सोचे, को ही जीना कहते हैं ।
लेखक के अनुसार अपने वर्तमान में जीना, बिना भविष्य और भूतकाल के विषय में सोचे, को ही जीना कहते हैं ।