Experts please help me in Q.15
प्रश्न 15- अनुच्छेद लेखन -
क- राष्ट्रीय एकता
ख- विज्ञापन और हमारा जीवन
मित्र!
हम एक बार में एक ही प्रश्न का उत्तर दे सकते हैं। आपके प्रश्नों का उत्तर हमारे मित्रों ने भी दिया है। हम भी अपने विचार दे रहे हैं। आप इनकी सहायता से अपना उत्तर पूरा कर सकते हैं।
ख- विज्ञापन और हमारा जीवन।
किसी चीज़ का प्रचार करना विज्ञापन कहलाता है। विज्ञापन का उद्देश्य होता है कि विज्ञापन देखने वाला उस उत्पाद का प्रयोग करे। विज्ञापन कई प्रकार के होते हैं जैसे- उत्पाद प्रचार के लिए, सूचना देने के लिए, संस्थान का विज्ञापन, शादी का विज्ञापन इत्यादि। विज्ञापनों से हमें नई-नई सूचनाओं की जानकारी मिलती है। आज टीवी में विभिन्न प्रकार के विज्ञापन दिखाए जाते हैं। इनमें से कुछ प्रभावी तथा कुछ भ्रामक होते हैं। सबसे बड़ा खतरा भ्रामक विज्ञापनों से होता है, जिनका दुष्प्रभाव होता है। कई विज्ञापन तो ऐसे होते हैं, जो परिवार में देखने लायक नहीं होते। अपनी कंपनी का उत्पाद बेचने के लिए किसी भी तरह के हथकण्डे अपना सकते हैं। इनके भ्रम जाल में फंसकर युवावर्ग पर हानिकारक प्रभाव हो रहा है। व्यस्क प्रकार के विज्ञापन भी दिखाए जाते हैं, जो मजबूरन लोगों को अपने परिवार के साथ देखना पड़ता है। इन विज्ञापनों का मानक नियत करना चाहिए, जिससे साफ़-सुथरा विज्ञापन दिखाई दे।
हम एक बार में एक ही प्रश्न का उत्तर दे सकते हैं। आपके प्रश्नों का उत्तर हमारे मित्रों ने भी दिया है। हम भी अपने विचार दे रहे हैं। आप इनकी सहायता से अपना उत्तर पूरा कर सकते हैं।
ख- विज्ञापन और हमारा जीवन।
किसी चीज़ का प्रचार करना विज्ञापन कहलाता है। विज्ञापन का उद्देश्य होता है कि विज्ञापन देखने वाला उस उत्पाद का प्रयोग करे। विज्ञापन कई प्रकार के होते हैं जैसे- उत्पाद प्रचार के लिए, सूचना देने के लिए, संस्थान का विज्ञापन, शादी का विज्ञापन इत्यादि। विज्ञापनों से हमें नई-नई सूचनाओं की जानकारी मिलती है। आज टीवी में विभिन्न प्रकार के विज्ञापन दिखाए जाते हैं। इनमें से कुछ प्रभावी तथा कुछ भ्रामक होते हैं। सबसे बड़ा खतरा भ्रामक विज्ञापनों से होता है, जिनका दुष्प्रभाव होता है। कई विज्ञापन तो ऐसे होते हैं, जो परिवार में देखने लायक नहीं होते। अपनी कंपनी का उत्पाद बेचने के लिए किसी भी तरह के हथकण्डे अपना सकते हैं। इनके भ्रम जाल में फंसकर युवावर्ग पर हानिकारक प्रभाव हो रहा है। व्यस्क प्रकार के विज्ञापन भी दिखाए जाते हैं, जो मजबूरन लोगों को अपने परिवार के साथ देखना पड़ता है। इन विज्ञापनों का मानक नियत करना चाहिए, जिससे साफ़-सुथरा विज्ञापन दिखाई दे।