Explain 2nd line from starting
समुझी बात कहत मधुकर के, समाचार सब पाए।
मित्र!
हम आपके प्रश्न के उत्तर में अपने विचार दे रहे हैं। आप इनकी सहायता से अपना उत्तर पूरा कर सकते हैं।
समुझी बात कहत मधुकर के, समाचार सब पाए।
यह सूरदास के भ्रमर गीत से लिया गया है। इसमें गोपियाँ उद्धव की बात सुनकर अन्य गोपियों से कहती हैं कि क्या तुम इस मधुकर अर्थात भँवरे की बात को समझ रही हो? ये क्या कह रहे हैं? इनकी बात से तुमको कुछ पता चलता है क्या? श्रीकृष्ण के बारे में मधुकर जो बता रहे हैं क्या उसका अर्थ तुम जान पाई हो?
हम आपके प्रश्न के उत्तर में अपने विचार दे रहे हैं। आप इनकी सहायता से अपना उत्तर पूरा कर सकते हैं।
समुझी बात कहत मधुकर के, समाचार सब पाए।
यह सूरदास के भ्रमर गीत से लिया गया है। इसमें गोपियाँ उद्धव की बात सुनकर अन्य गोपियों से कहती हैं कि क्या तुम इस मधुकर अर्थात भँवरे की बात को समझ रही हो? ये क्या कह रहे हैं? इनकी बात से तुमको कुछ पता चलता है क्या? श्रीकृष्ण के बारे में मधुकर जो बता रहे हैं क्या उसका अर्थ तुम जान पाई हो?