explain girgit lesson brifly in hindi

मित्र इस कहानी में लेखक ने सरकारी अधिकारियों पर व्यंग्य कसा है जो कि ऊँचे होदों पर रहते हुए भी जनता के हितों को भूलकर अपने स्वार्थों के लिए गिरगिट की भांति समय-समय पर रंग बदलते रहते हैं। इसके लिए वह पूरी न्याय व कानून व्यवस्था को भी भूलकर न्याय करने के स्थान पर जनता को ही मजाक बनाकर रख देते हैं। यह कहानी एक इंसपेक्टर ओचुमेलॉव की है। यह कहने के लिए पुलिस अफ़सर है परन्तु एक नम्बर का चापलूस व भ्रष्ट है। ख्यूक्रिन नामक सुनार को एक कुत्ते ने काट लिया है। वह उस कुत्ते का पकड़कर उसे सज़ा देने ही वाला होता है कि ओचुमेलॉव वहाँ आ धमकता है। वह ख्यूक्रिन को दिलासा दिलाता है कि वह उसे न्याय अवश्य दिलाएगा लेकिन जैसे ही उसे पता चलता है कि यह कुत्ता जनरल का कुत्ता है तो वह उसका सारा दोष ख्यूक्रिन को ठहराता है। किसी के द्वारा यह कहे जाने पर यह कुत्ता तो छोटी नस्ल का है, जनरल का नहीं हो सकता ओचुमेलॉव फिर ख्यूक्रिन की ओर हो जाता है। जनरल का नौकर आकर जब इस बात की पुष्टि करता है कि यह कुत्ता जनरल के भाई का है। ओचुमेलॉव फिर अपनी बात से फिरते हुए ख्यूक्रिन को ही दोषी ठहरा कर कुत्ते को जनरल के नौकर को देकर उन्हें अपना सलाम भेज देता है। ख्यूक्रिन का कोई दोष न होने पर भी वह सबके समक्ष हँसी का पात्र बनकर रह जाता है। कानून की रक्षा करने वाला ही कानून को मज़ाक बनाकर रख देता है।  

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