Explain the para
मित्र!
आपका उत्तर इस प्रकार है –
अपने काम में लापरवाही करने पर यक्ष को अपनी पत्नी से बिछड़ने का शाप मिला था। उसने मेघदूत से कहा कि बेतवा नदी को पानी से भर देना जिससे नदी हमेशा प्रसन्न और खिलखिलाती रहे। नदी रूपी तुम्हारी प्रेमिका पानी पाकर बहुत खुश होगी। इन नदियों को देखते ही लेखक को कालिदास का मेघदूत याद आ जाता है। लेखक सोचता है कि कालिदास भी इन नदियों से प्रेरित रहे होंगे। नदियों का स्वरुप पहाड़ों में कुछ और होता है तथा समतल स्थानों में कुछ और होता है।
आपका उत्तर इस प्रकार है –
अपने काम में लापरवाही करने पर यक्ष को अपनी पत्नी से बिछड़ने का शाप मिला था। उसने मेघदूत से कहा कि बेतवा नदी को पानी से भर देना जिससे नदी हमेशा प्रसन्न और खिलखिलाती रहे। नदी रूपी तुम्हारी प्रेमिका पानी पाकर बहुत खुश होगी। इन नदियों को देखते ही लेखक को कालिदास का मेघदूत याद आ जाता है। लेखक सोचता है कि कालिदास भी इन नदियों से प्रेरित रहे होंगे। नदियों का स्वरुप पहाड़ों में कुछ और होता है तथा समतल स्थानों में कुछ और होता है।