father ka swavhav kaisa tha?
मित्र फादर बुल्के का स्वभाव बहुत शांत था। उनको देखकर ही मन में करुणा का भाव जागृत हो जाता था। ऐसा लगता था मानो निर्मल जल में स्नान कर रहे हों। उनकी बातें इतनी सकारात्मक होती थीं कि उन्हें सुनने भर से ही मन में कर्म को करने का संकल्प भर जाता था।