feri wale ki zindagi kaisi hoti hai ?
फेरी वाले की जिंदगी बहुत अच्छी नहीं होती है। वह थोड़ी सी जमापूंजी के द्वारा वस्तुएँ खरीदता है और उसे थोड़े से लाभ के साथ बेच देता है। कभी उसकी वस्तुएँ बिक जाती हैं। परन्तु जिस दिन नहीं बिकती हैं, तो उसे कठिनाई होती है। क्योंकि रोज़ की कमाई के आधार पर ही उसका जीवन निर्भर होता है। मौसम कैसा भी हो उसे फैरी के लिए निकलना पड़ता है। यदि वह एक दिन भी फैरी नहीं लगता तो उसे उस दिन भोजन मिलना कठिन हो जाता है। कड़कती धूप, मूसलाधार बरसात और ठिठुरती सर्दी में भी वह फैरी लेकर चल पड़ता है। उसे कभी आराम नहीं मिलता। यही कारण है इनका जीवन कठिनाइयों से भरा होता है।