Give the answer for from chapter dadi ma of vasanth bhag do
मित्र!
आपके प्रश्न के लिए हम अपने विचार दे रहे हैं। आप इनकी सहायता से अपना उत्तर पूरा कर सकते हैं।
लेखक के बीमार पड़ने पर दादी माँ ने लेखक के मुँह में किसी चबूतरे की मिट्टी डाली। चबूतरे की मिट्टी खाने से कोई भी ठीक नहीं हो सकता है। यह सभी जानते हैं। दादी माँ ने लेखक के मुँह में मिट्टी के साथ-साथ अपना स्नेह, ममता, विश्वास और आशीर्वाद डाला था। हम इस कार्य को भावनात्मक दृष्टि से उचित मानते हैं।
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लेखक के बीमार पड़ने पर दादी माँ ने लेखक के मुँह में किसी चबूतरे की मिट्टी डाली। चबूतरे की मिट्टी खाने से कोई भी ठीक नहीं हो सकता है। यह सभी जानते हैं। दादी माँ ने लेखक के मुँह में मिट्टी के साथ-साथ अपना स्नेह, ममता, विश्वास और आशीर्वाद डाला था। हम इस कार्य को भावनात्मक दृष्टि से उचित मानते हैं।