global warming ke karan rituvon mein kya parivarthan aa rahe hain?is samasya se nipatne ke liye aapki kya bhumika ho sakti hai?
ग्लोबल वार्मिंग के कारण ऋतुओं में बदलाव हो रहा है। बेमौसम की बरसात, अत्यधिक गर्मी पड़ना, ठंड का बढ़ना या समय पर बरसात न होना ऋतु परिवर्तन के कारण होता है। इससे ऋतुएँ का समय या तो बढ़ रहा है या फिर सिकुड़ रहा है। ऋतु-परिवर्तन की समस्या के पीछे कई हद तक हमारा हाथ है। हमने प्रगति तथा विकास के नाम पर पृथ्वी का जिस प्रकार दोहन किया है, वह विनाशकारी है। हमने प्रदूषण के साथ-साथ पेड़ों का अनावश्यक कटाव किया है। इसके कारण ही ग्लोबल वार्मिंग की समस्या ने विकराल रूप धारण किया है। इस समस्या से निपटने के लिए किसी एक के प्रयास से सफलता प्राप्त नहीं होगी। हम सबको प्रयास करने पड़ेगें। परन्तु इस सबमें हमारी भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है। हम स्वयं इस प्रकार के प्रयास कर सकते हैं-
1. हमें कागज़ों का अनावश्यक प्रयोग बंद करना पड़ेगा।
2. अधिक से अधिक पेड़ लगाने पड़ेगें।
3. पेड़ों की कटाई रोकनी पड़ेगी।
4. वाहनों का प्रयोग कम करना पड़ेगा।
5. प्लास्टिक से बनी वस्तुओं का प्रयोग समाप्त करना पड़ेगा।
6. लकड़ी से बनी वस्तुओं के प्रयोग पर भी रोक लगानी पड़ेगी।
7. लोगों को इस विषय पर जागरूक करने के लिए तत्पर होना पड़ेगा।
1. हमें कागज़ों का अनावश्यक प्रयोग बंद करना पड़ेगा।
2. अधिक से अधिक पेड़ लगाने पड़ेगें।
3. पेड़ों की कटाई रोकनी पड़ेगी।
4. वाहनों का प्रयोग कम करना पड़ेगा।
5. प्लास्टिक से बनी वस्तुओं का प्रयोग समाप्त करना पड़ेगा।
6. लकड़ी से बनी वस्तुओं के प्रयोग पर भी रोक लगानी पड़ेगी।
7. लोगों को इस विषय पर जागरूक करने के लिए तत्पर होना पड़ेगा।