gopiya Krishna bhakti ke Madhyam Se Kya Sandesh Dena chahti hai?
मित्र गोपियां कृष्ण भक्ति के माध्यम से यह संदेश देना चाहती थी कि श्री कृष्ण के प्रति भक्ति की भावना और सच्चे प्रेम का अनुराग हमेशा रखना चाहिए। योग का आश्रय तभी लेना पड़ता है जब चित्त एकाग्र नहीं होता। जो कृष्णमय हो जाता है उसके लिए योग शिक्षा अनुपयोगी है। उनके अनुसार कृष्ण के प्रति एकाग्र भाव से भक्ति करने वाले को योग की ज़रूरत नहीं होती।