Guys can you please help me for ??????? ?? ????? ?? ?????? ????? ?? ? ?? ?????? ? ?? ( ? ) ?? ( ?)

प्रिय विद्यार्थी , 

आपके प्रश्न का उत्तर है - 
1. प्रस्तुत पंक्ति के माध्यम से कवि यह कहता है कि हमने खुद को इन सांसारिक बंधनों में बाँध कर रखा था और खुद के लिए नियम भी बनाए थे , लेकिन हम इन बंधनों में नहीं रहना चाहते हैं । इसीलिए हमने खुद से ही उन बंधनों को तोड़ दिया और जीवन में आगे की ओर बढ़ चले । 

2. कवि सुख और दुख को एक समान भाव से ग्रहण करता है क्योंकि कवि के लिए दोनों भावनाएँ एक समान हैं । वे सुख और दुख को कभी अलग-अलग करके नहीं देख सकते हैं । ये दोनों ही जीवन के आवश्यक पहलू हैं । जीवन में सुख और दुख चलता रहता है इसलिए कवि दोनों को समान भाव से स्वीकार करते हैं  । 

आभार । 

  • 0
What are you looking for?