Harihar kaka ki man stitdhi keesi thi
मित्र!
आपके प्रश्न का उत्तर इस प्रकार है।-
हरिहर काका की मनोस्थिति अब ठीक नहीं थी। उन्हें किसी पर विश्वास नहीं रह गया था। वे परिवार और धर्म दोनों से सताए हुए थे। अब अकेले थे। अकेले रहते थे और अकेले जीवन व्यतीत कर रहे थे। किसी से बोलते नहीं थे। बस चुपचाप रहते थे।
आपके प्रश्न का उत्तर इस प्रकार है।-
हरिहर काका की मनोस्थिति अब ठीक नहीं थी। उन्हें किसी पर विश्वास नहीं रह गया था। वे परिवार और धर्म दोनों से सताए हुए थे। अब अकेले थे। अकेले रहते थे और अकेले जीवन व्यतीत कर रहे थे। किसी से बोलते नहीं थे। बस चुपचाप रहते थे।