help me to write a essay on- bhes bhusha kee prati logo ki soch me change ,related to premchand ke fate jute of hindi-class 9th

मित्र यह लेख इस विषय में आपकी सहायता कर सकता हैं। इसे पढ़िए और अपने मन से थोड़ी और बातें सोचकर लिखिए-

आज के समय में यह बात सही है कि व्यक्ति की पहचान उसकी पोशाक से होती है। पोशाक के आधार पर हम मनुष्य का मुल्यांकन करते हैं: जैसे- वह किस व्यवसाय, धर्म या जाति से संबंधी है। उदाहरण के लिए यदि कोई व्यक्ति खादी का कुर्ता-पैजामा तथा सर पर नेताओं वाली टोपी पहने रखता है, तो यह निश्चय करना आसान होता है कि यह कोई नेता है या कोई समाज सेवक क्योंकि यह उनकी पहचान बनकर रह गया है। कोट-पैंट पहना व्यक्ति सभ्य और किसी कंपनी में उच्चपद पर कार्यरत व्यक्ति की पहचान मानी जाती है। इस आधार पर हम कह सकते हैं कि पोशाक से व्यक्ति की पहचान होती है। पोशाक का हमारे जीवन में बहुत महत्व है। पोशाक मात्र शरीर को ढाकने के लिए नहीं होती है। यह हमें मौसम की मार से बचाती है। मनुष्य की पहचान भी उसकी पोशाक से पता चलती है। पोशाक से उसकी हैसियत, पद तथा समाज में उसके स्थान का पता चलता है। पोशाक मनुष्य के व्यक्तित्व को निखारती है। जब हम किसी से मिलते हैं, तो पहले उसकी पोशाक से प्रभावित होते हैं तथा उसके व्यक्तित्व का अंदाज़ा लगाते हैं। पोशाक जितनी प्रभावशाली होगी लोग उतने अधिक प्रभावित होगें। शारीरिक बनावट भी सही पोशाक के चयन से निखर जाती है। यही कारण है कि आज हर बड़ी-छोटी कंपनी पोशाक के व्यवसाय में कूद पड़ी हैं। आज हर कोई स्वयं को निखारना चाहता है। उसके लिए वह मुँह मांगे दाम देने के लिए तैयार है। समाज में उसका सम्मान भी पोशाक से बनता बिगड़ता है। पोशाक से लोगों के बीच हम सुंदर दिखते हैं। यह हमारे जीवन के लिए बहुत आवश्यक है।

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