hey guys pls help me

by today i am inneed of a poem on वर्षा ऋतु  

आपको मैने स्वयं एक कविता बनाकर दी है। आशा करती हूँ आपके काम आएगी।

 

रिमझिम-रिमझिम बारिश आई

बूंदों की लड़ियाँ हैं छाई

गिरती टप-टप ऐसी बूँदे

मोती झरते झप से जैसे

मनभावन ये बारिश प्यारी

तन-मन को भिगाती प्यारी

वर्षा की ये मनभावन ऋतु

 

मम्मी भीगी, पापा भीगे,

रस्ते में सभी चलते भीगे

रिमझिम-रिमझिम बारिश आई

बूंदों की लड़ियाँ हैं छाई

गिरती टप-टप ऐसी बूँदे

मोती झरते झप से जैसे

लेकर कोई छतरी भागे,

नहीं मिले तो ऐसे ही भागे,

बारिश रानी आई तुम

मेरे मन को भाई तुम

रिमझिम-रिमझिम बारिश आई

बूंदों की लड़ियाँ हैं छाई

गिरती टप-टप ऐसी बूँदे

मोती झरते झप से जैसे

 

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