hindi essey on vrusha lagao desh bachao
नमस्कार मित्र!
वृक्ष हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है। परन्तु हम यह सब जानते हुए भी अपने स्वार्थ के लिए इनकी अंधाधुंध कटाई कर रहे हैं। हमें अपने घरों, खेतों और वस्तु निर्माण संबंधी आवश्यकताओं के लिए इनका प्रयोग कर रहे हैं। हम इनकी कटाई जितनी तेज़ी से कर रहे हैं, उतनी तेज़ी से हम अपनी जड़ें भी काट रहे हैं। हम यह भूल जाते हैं कि हमारा जीवन इन पर निर्भर है यदि यही कट गए तो हमारा जीवन कैसे जीवित रहेगा।
वृक्षों के कटाव के कारण आज भंयकर स्थिति उत्पन्न हो गई है। वायुमण्डल में प्रदूषण की मात्रा बढ़ रही है। यह प्रदूषण मनुष्य के लिए हानिकारक हो गया है। इस प्रदूषण के कारण वायुमण्डल का तापमान लगातार बढ़ रहा है। ध्रूवों में स्थित बर्फ भी इसी कारण लगातार पिघल रही है। यह बर्फ जहाँ हमारी पीने की आवश्यकता को पूरा करती हैं, वहीं यदि यह पिघल जाए तो समुद्रतल को बढ़ा सकती है जिससे प्रलय की स्थिति बन सकती है। ओजोन परत भी इस प्रदूषण के कारण क्षतिग्रस्त हो गई है।
इन सब समस्याओं को देखते हुए वृक्षों की उपयोगिता पर हमारा ध्यान केंद्रित होता है। वृक्षों की हमारे जीवन में क्या स्थान है यह पता चलता है। हमें चाहिए की वृक्षों की कटाई को रोका जाए। सरकार ने भी इस ओर ध्यान देना आंरभ कर दिया है। अब वृक्षों की कटाई पर सख्ती से रोक लगा दी गई है। अब सरकारी और गैर सरकारी संस्थाओं द्वारा वृक्षारोपण पर ज़ोर दिया जा रहा है। सरकार समय-समय पर वृक्षारोपण कार्यक्रमों को करवाती है। ग्रामीण लोगों में भी इस ओर जागरूकता पैदा की जा रही है। हमें स्वयं भी इस ओर विशेष ध्यान देने चाहिए। यह मात्र सरकार का कर्तव्य नहीं है, इस ओर हमारा भी कर्तव्य बनता है। क्योंकि यह पृथ्वी भी हमारा घर है। किसी ने सही कहा है-
वृक्ष लगाओ, देश बचाओ।
ढेरों शुभकामनाएँ!