hindi ke chapter me raidas ke doosre pd ka meaning samjhaao????
नमस्कार मित्र!
इस पद में कवि (भक्त) प्रभु से कहते हैं कि हे प्रभु तुम्हारे बिना इस संसार में ऐसा कृपालु कौन है, जो भक्त के लिए इतना बड़ा काम कर सकता है। तुम दीन-दुखियों पर दया व प्रेम बरसाने वाले हो। तुम्हीं ऐसे दयालु स्वामी हो जिसने मुझ जैसे अछूत और गरीब व्यक्ति के सर पर राजाओं के समान छत्र रख दिया है। अर्थात् तुम्हारे कारण ही मुझे राजाओं जैसा मान-सम्मान प्राप्त हुआ है। वह कहते हैं कि प्रभु मैं अभागा व्यक्ति हूँ। मुझ पर तुम्हारी असीम दया व कृपा है। हे स्वामी आपने मुझ जैसे नीच व्यक्ति को ऊँचा सम्मान दिया है। यह तुम्हारे कृपा का प्रमाण है। वह आगे कहते हैं कि सधना जैसे कसाई और सैन जैसे नाई संसार से तर गए हैं। अर्थात् उन्हें ज्ञान प्राप्त हो तुम्हारे चरणों का सुख प्राप्त हुआ है।
ढेरों शुभकामनाएँ!