hindi ke vikash mein father bulke ka yogdan
मित्र!
आपके प्रश्न का उत्तर इस प्रकार है।-
फादर बुल्के का हिन्दी में योगदान अविस्मरणीय है। उन्होंने हिन्दी के विकास में बहुत योगदान दिया है। अपने इसी योगदान के लिए उन्हें भारत का सबसे सम्मानित सम्मान पद्मभूषण दिया गया। उन्होंने रामकथा की उत्पति एवं विकास में शोध किया। इन्होंने हिन्दी-अंग्रेजी तथा अंग्रेजी-हिन्दी के लघुकोश बनाए। इन्होंने बाइबिल का हिन्दी अनुवाद किया। इन्होंने यह सिद्ध किया कि वाल्मीकि रामयाण कल्पना पर आधारित पात्र नहीं हैं। ये सत्य हैं। जिनके जीवन को वाल्मीकि ने आधार बनाकर रामायण की रचना की। इन्होंने हिन्दी का सम्मान दिलाने के लिए भरसक प्रयास किया। जब तक रहे हिन्दी के विकास प्रचार तथा प्रसार में लगे रहे। इनके प्रयासों को देखते हुए एक भारतीय व्यक्ति को भी शर्म आ जाएगी।
आपके प्रश्न का उत्तर इस प्रकार है।-
फादर बुल्के का हिन्दी में योगदान अविस्मरणीय है। उन्होंने हिन्दी के विकास में बहुत योगदान दिया है। अपने इसी योगदान के लिए उन्हें भारत का सबसे सम्मानित सम्मान पद्मभूषण दिया गया। उन्होंने रामकथा की उत्पति एवं विकास में शोध किया। इन्होंने हिन्दी-अंग्रेजी तथा अंग्रेजी-हिन्दी के लघुकोश बनाए। इन्होंने बाइबिल का हिन्दी अनुवाद किया। इन्होंने यह सिद्ध किया कि वाल्मीकि रामयाण कल्पना पर आधारित पात्र नहीं हैं। ये सत्य हैं। जिनके जीवन को वाल्मीकि ने आधार बनाकर रामायण की रचना की। इन्होंने हिन्दी का सम्मान दिलाने के लिए भरसक प्रयास किया। जब तक रहे हिन्दी के विकास प्रचार तथा प्रसार में लगे रहे। इनके प्रयासों को देखते हुए एक भारतीय व्यक्ति को भी शर्म आ जाएगी।