Hindi mein sanghya kaarak ka kya matlab hai?
मित्र किसी भी व्यक्ति,वस्तु अथवा स्थान के नाम को संज्ञा कहते हैं। अगर संज्ञा ही नहीं होगी तो हम इनमें से किसी की भी पहचान नहीं कर पाएँगे। आप सोचकर देखिए कि यदि आपको कहना है- मेरा नाम राम है। परंतु अगर संज्ञा ही नहीं होगी तो आप नाम की पहचान नहीं कर पाएँगे। तब यह वाक्य कुछ इस प्रकार होगा- मेरा नाम........ है। इसलिए संज्ञा का बहुत महत्व है।
इसी प्रकार कारक का काम होता है- वाक्यों को कारक चिन्हों द्वारा आपस में जोड़ना तथा वाक्यों को अर्थपूर्ण बनाना। उदाहरण के लिए-
राम रावण मारा।
इस वाक्य में कारक चिन्हों का प्रयोग नहीं किया गया है। जिसके कारण यह वाक्य अटपटा तथा निरर्थक लग रहा है। परंतु कारक चिन्हों के प्रयोग के कारण हम इस वाक्य को अर्थपूर्ण बना सकते हैं। देखिए- राम ने रावण को मारा।
इस प्रकार संज्ञा तथा कारक का हिंदी में बहुत महत्व है।
इसी प्रकार कारक का काम होता है- वाक्यों को कारक चिन्हों द्वारा आपस में जोड़ना तथा वाक्यों को अर्थपूर्ण बनाना। उदाहरण के लिए-
राम रावण मारा।
इस वाक्य में कारक चिन्हों का प्रयोग नहीं किया गया है। जिसके कारण यह वाक्य अटपटा तथा निरर्थक लग रहा है। परंतु कारक चिन्हों के प्रयोग के कारण हम इस वाक्य को अर्थपूर्ण बना सकते हैं। देखिए- राम ने रावण को मारा।
इस प्रकार संज्ञा तथा कारक का हिंदी में बहुत महत्व है।