Hindi poem Karamveer ka Moolbhav

इस कविता का मूलभाव है कि जीवन संघर्षों से भरा रहता है। इसमें कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। हर पल,हर पग पर चुनौतियाँ मिलती हैं परन्तु इन्हें स्वीकार करना चाहिए,इनसे घबरा कर पीछे नहीं हटना चाहिए,ना ही मुड़ कर देखना या किसी का सहारा लेना चाहिए। संकटों का सामना स्वयं ही करना चाहिए। बिना थके,बिना रूके,बिना हार माने इस जीवन पथ पर निरंतर आगे बढ़ते रहना चाहिए।

please thumbs up nidhi please!!!!!!!!!

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