महावीर प्रसाद दिवेदी नै स्त्री सिक्षा के विरोधियों की तर्क शास्त्रग्यता और न्यायशीलता पर क्या व्यंग्य किया है?

स्त्रियों की शिक्षा से अनर्थ होने की बात पर द्विवेदी जी ने इसका विरोध किया है। उन्होंने स्त्री शिक्षा को समाज की उन्नति के लिए आवश्यक माना है। उन्होंने यह भी तर्क दिया कि यदि स्त्री शिक्षा से अनर्थ होता है तो पुरुषों द्वारा किए गए अनर्थ भी उसी शिक्षा के परिणाम होने चाहिए। जैसे - चोरी करना , डाका डालना , हत्या करना , घूस लेना आदि। ये सभी गलत काम का कारण शिक्षा नहीं है बल्कि ये मानव प्रकृति पर आधारित हैं। अत : हमें स्त्री शिक्षा का समर्थन करना चाहिए।

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