`इस कहानी में हमने पढ़ा की दूसरों को प्यार और खुशी देने से अपने मान का दुख कम हो जाता है? कैसे?
मित्र!
आपके प्रश्न का उत्तर इस प्रकार है।-
आपके प्रश्न का उत्तर इस प्रकार है।-
बहुत साधारण सी बात है। किसी को सुख देने से उसके चेहरे पर जो खुशी आती है, उससे हमें सुख मिलता है। हमारे दिल को यह तसल्ली मिलती है कि हमारे कारण किसी का तो दुख सुख में बदल गया है। इस तरह हम अपने जीवन की कमी को भूल जाते हैं और दूसरे को सुख देने में लग जाते हैं। मिठाई वाले ने अपना परिवार खो दिया था। अतः वह दूसरों के बच्चों को प्रसन्न करने के लिए मिठाई, बांसुरी, खिलौने इत्यादि लाता था। जब बच्चे खुश होते थे, तो वह भी खुश हो जाता था। इस तरह उसके जीवन को एक नयी दिशा मिल गई। उसने दूसरे के दुख दूर करके अपने लिए सुख का रास्ता ढूँढ लिया था।