मनुष्यता कविता के आधार पर लिखिए कि सबसे बड़ा विवेक क्या है? मनुष्यता के अन्य गुणों को समझाइए ।
मित्र!
आपका उत्तर इस प्रकार है-
सबसे बड़ा विवेक आपसी बंधुत्व है। मनुष्य के अंदर भाई-चारा होना चाहिए। समय आने पर मनुष्य को मनुष्य के लिए बड़े से बड़ा कष्ट भी उठाना चाहिए। मनुष्य के भीतर नीतिपरक गुण होने चाहिए। मनुष्य को सदा परोपकारी होना चाहिए। पर-हित की भावना सदैव होनी चाहिए। अपने स्वार्थों के लिए किसी का अहित नहीं करना चाहिए। दूसरों की भलाई के लिए अपने प्राण भी देने से पीछे नहीं हटना चाहिए। जिस प्रकार दधीचि और कर्ण ने दान में अपने शरीर के अंग दे दिए, हमें उनसे सबक लेकर परोपकार के गुण अपने अंदर रखने चाहिए।
आपका उत्तर इस प्रकार है-
सबसे बड़ा विवेक आपसी बंधुत्व है। मनुष्य के अंदर भाई-चारा होना चाहिए। समय आने पर मनुष्य को मनुष्य के लिए बड़े से बड़ा कष्ट भी उठाना चाहिए। मनुष्य के भीतर नीतिपरक गुण होने चाहिए। मनुष्य को सदा परोपकारी होना चाहिए। पर-हित की भावना सदैव होनी चाहिए। अपने स्वार्थों के लिए किसी का अहित नहीं करना चाहिए। दूसरों की भलाई के लिए अपने प्राण भी देने से पीछे नहीं हटना चाहिए। जिस प्रकार दधीचि और कर्ण ने दान में अपने शरीर के अंग दे दिए, हमें उनसे सबक लेकर परोपकार के गुण अपने अंदर रखने चाहिए।