आश्रम में गांधी जी कई ऐसे काम भी करते थे , जिन्हें आमतौर पर नौकर - चाकर करते हैं। पाठ से तीन अलग - अलग प्रसंग अपने शब्दों में लिखो जो इस बात का प्रमाण हो।
(i) जिस समय वे वकालत करके हज़ारों रूपये कमाते थे, उस समय भी वे रोज़ सुबह स्वयं चक्की पर आटा पीसा करते थे।
(ii) आश्रम के नियम के अनुसार सभी लोगों को मिल-बाँटकर बरतन साफ़ करना पड़ता था। एक दिन गांधी जी बड़े-बड़े बरतनों को खुद साफ़ करने लगे।
(iii) एक बार दक्षिण अफ्रीका में रहने वाले भारतीय छात्रों ने गांधी जी के लिए लंदन में एक शाकाहारी भोज का आयोजन किया और शाकाहारी भोजन तैयार करने के कार्य में जुट गए। बाद में देखा गया कि एक दुबला-पतला आदमी भी आकर भोजन बनाने के काम में लग गया। अंत में पता चला कि यही गांधी जी हैं।