नीचे दिए उदाहरण पढ़िए -
( क ) बनत बहुत बहु रीत।
( ख ) जाल परे जल जात बहि।
उपर्युक्त उदाहरणों की पहली पंक्ति में ' ब ' का प्रयोग कई बार किया गया है और दूसरी में ' ज ' का प्रयोग। इस प्रकार बार - बार एक ध्वनि के आने से भाषा की सुंदरता बढ़ जाती है। वाक्य रचना की इस विशेषता के अन्य उदाहरण खोजकर लिखिए।
1.चारूचंद्र की चंचलकिरणें (यहाँ'च'वर्णकी आवृतिबार-बारहुई है)
2.रघुपतिराघव राजा राम(यहाँ'र'वर्णकी आवृतिबार-बारहुई है)
3.विमलवाणी ने वीणाली (यहाँ'व'वर्णकी आवृतिबार-बारहुई है)
4.मुदितमहीपति मंदिरआए (यहाँ'म'वर्णकी आवृतिबार-बारहुई है)
5.तरनितनूजा तट तमालतरूवर बहुछाए(यहाँ'त'वर्णकी आवृतिबार-बारहुई है)
जहाँएक ही वर्ण कीआवृति एक सेअधिक बार की जाएवहाँ 'अनुप्रास'अंलकारहोता है।