'नदी के किनारे एक शाम' पर निबंध।
मित्र!
आपके प्रश्न के लिए हम अपने विचार दे रहे हैं। आप इनकी सहायता से अपना उत्तर पूरा कर सकते हैं।
नदी के किनारे की शाम बहुत सुंदर और सुहावनी होती है। नदी से किनारे की ओर ठंडी-ठंडी हवा चलती है। न अधिक गर्मी होती है और न अधिक ठंड महसूस होती है। नदी के जल पर जीवों के तैरने की आवाज़ बहुत अच्छी लगती है। किनारे को छू कर जब नदी का जल वापस जाता है तो एक अनोखा स्वर पैदा करता है।
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नदी के किनारे की शाम बहुत सुंदर और सुहावनी होती है। नदी से किनारे की ओर ठंडी-ठंडी हवा चलती है। न अधिक गर्मी होती है और न अधिक ठंड महसूस होती है। नदी के जल पर जीवों के तैरने की आवाज़ बहुत अच्छी लगती है। किनारे को छू कर जब नदी का जल वापस जाता है तो एक अनोखा स्वर पैदा करता है।