प्रथम छंद में वर्णित प्रकृति - चित्रण को लिखिए ।
मित्र!
आपके प्रश्न के लिए हम अपने विचार दे रहे हैं। आप इनकी सहायता से अपना उत्तर पूरा कर सकते हैं।
प्रथम छंद में नदी द्वारा विरह के गीत गाने की बात कही गई है। नदी बहती हुई जा रही है और उसके बहने की आवाज़ एक गीत की तरह प्रकट हो रही है। प्रकृति का मनोहारी दृश्य है। नदी की लहरें किनारों को छूती हैं, तो लगता है कि किनारों से बात कर रही है। उस समय किनारे पर एक गुलाब का पौधा भी झूम रहा है। वह भी नदी की भांति बात करना चाहता है। सारी दुनिया को अपने गीत सुनाना चाहता है।
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प्रथम छंद में नदी द्वारा विरह के गीत गाने की बात कही गई है। नदी बहती हुई जा रही है और उसके बहने की आवाज़ एक गीत की तरह प्रकट हो रही है। प्रकृति का मनोहारी दृश्य है। नदी की लहरें किनारों को छूती हैं, तो लगता है कि किनारों से बात कर रही है। उस समय किनारे पर एक गुलाब का पौधा भी झूम रहा है। वह भी नदी की भांति बात करना चाहता है। सारी दुनिया को अपने गीत सुनाना चाहता है।