नए इलाके में कविता में कवि ने शहरों की किस विडम्बना की और संकेत किया है?
मित्र!
आपके प्रश्न का उत्तर इस प्रकार है-
कवि के अनुसार आज शहरों में इतने निर्माण हो रहे हैं कि उनका स्वरूप एक दिन में ही बदल जाता है। यह एक विडंबना है। रोज़ हो रहे निर्माण शहरों का स्वरूप पुराना कर देते हैं।
आपके प्रश्न का उत्तर इस प्रकार है-
कवि के अनुसार आज शहरों में इतने निर्माण हो रहे हैं कि उनका स्वरूप एक दिन में ही बदल जाता है। यह एक विडंबना है। रोज़ हो रहे निर्माण शहरों का स्वरूप पुराना कर देते हैं।