तुम कब जाओगे, अतिथि पाठ में "तुमने मेरी आर्थिक सीमाओं की बैंजनी चट्टान देख ली" का क्या अर्थ है ??
नमस्कार मित्र,
इस कथन का आशय है कि तुम जान चुके हो कि मेरी आर्थिक स्थिति इतनी अच्छी नहीं है कि मैं तुम्हें और तुम्हारे खर्चे को वहन कर सकूँ। अर्थात तुमने मेरे घर रहकर मेरी स्थिति को भाँप लिया होगा, इससे तुम्हें समझ जाना चाहिए कि तुम्हें अब जाना चाहिए।