कवि ने चिड़िया को छोटी , संतोषी , मुँह बोली और गरबीली चिड़िया क्यों कहा है ?
क्योंकि चिड़िया छोटे आकार की थी और किसी भी बात को बोलने से नहीं झिझकती थी, कवि ने उसे छोटी और मुँह बोली कहा है। कवि ने चिड़िया को इसलिए गरबीली कहा क्योंकि वह नदी के बीच से पानी पीने में सफल हो जाती है।