कविता में दो शब्दों के मध्य (−) का प्रयोग किया गया है, जैसे 'जिससे उथल-पुथल मच जाए' एवं 'कण-कण में है व्याप्त वही स्वर' इन पंक्तियों को पढ़िए और अनुमान लगाइए कि कवि ऐसा प्रयोग क्यों करते हैं ?

दो शब्दों के मध्य (−) का प्रयोग कवि कविता में, शब्दों में ओज चमत्कार उत्पन्न करने के लिए करते हैं। इसके कारण कविता ओजपूर्ण लगती है, जैसे कवि ने लिखा है -

कण-कण में है व्याप्त वही स्वर

रोम-रोम गाता है वह ध्वनि

दूसरे शब्दों में समानता लाकर कविता की लय को बनाए रखने में सहायता मिलती है, जैसे -

कवि, कुछ ऐसी तान सुनाओ-

जिससे उथल-पुथल मच जाए,

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